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Rules for Dinner in Ayurveda

Rules for Dinner in Ayurveda

Views: 1 | Updated On: | By Dr. Rachana Jangir



आयुर्वेद में कहा गया है कि अगर आप अपने पेट को तकलीफ से मुक्त रखना चाहते हैं तो रात में भोजन की टाइमिंग पर ध्यान देना बहुत जरूरी है. इसके लिए आपको रोजाना रात में सोने से 3 घंटे पहले भोजन कर लेना चाहिए, जिससे उसे पचाने में पाचन तंत्र को पूरा वक्त मिल सके. जो लोग इस रुटीन को फॉलो करते हैं, वे अक्सर गैस, पेट दर्द और कब्ज-दस्त से मुक्त रहते हैं।

बहुत सारे लोग दुनिया में ऐसे हैं, जो रात में अपच होने पेट भारी और की समस्या से जूझ रहे हैं. इसकी वजह से वे रात में ढंग से सो भी नहीं पाते इसके पीछे उनकी खराब भोजन शैली है. आयुर्वेद में खाने की हर चीज के सेवन के लिए एक समयावधि फिक्स है. अगर आप इन नियमों का सही ढंग से पालन नहीं करते और गलत वक्त पर गलत चीजें खा लेते हैं तो आपके लिए रात की नींद हराम हो जाती है. आइए जानते हैं कि हमें रात में कौन सी चीजें भूलकर भी नहीं खानी चाहिए।



1.तले-भुने खाने (Oily or Fried Foods) से करें परहेज-

तला-भुना या चिकनाई वाली चीजों का सेवन शरीर दिन में तो फिर भी हजम कर लेता है लेकिन रात में सोने पर ऐसी चीजों को पचाने में पेट के पाचन तंत्र को मशक्कत करनी पड़ती है. इसके चलते पेट में टॉक्सिंस बनने लगते हैं, जिससे गैस, अफारा या उल्टी-दस्त की समस्या हो सकती है. इसीलिए जहां तक हो सके, रात में ऐसी चीजों के सेवन को अवॉइड करना चाहिए। 2. प्रोसेस्ड फूड्स और स्नैक्स न खाएं

कई लोगों को रात में सोने से पहले कोई स्नैक्स, नमकीन या प्रोसेस्ड स्वीट खाना पसंद होता है. ऐसी प्रोसेस्ड चीजों में कई ऐसे तत्व मिलाए जाते हैं, जो रात में सोने पर रिएक्शन करके पेट में बदहजमी पैदा कर देते हैं. अगर आप अपनी इस आदत को वक्त रहते बदलते नहीं हैं तो आपकी पेट की तकलीफ बढ़ सकती है।



3. फल (Fruits)-

ताजे मौसमी फलों के सेवन को शरीर के लिए बढ़िया माना जाता है लेकिन रात होने पर उनका सेवन जहर की तरह बन जाता है. असल में फलों की तासीर ठंडी होती है, इसलिए रात में इन्हें खाने से खांसी-जुकाम, बुखार और शरीर में दर्द की दिक्कत हो सकती है. साथ ही आपको एलर्जी भी हो सकती।

4. रेड मीट (Red Meat) -



मांसाहारी लोग सर्दियों के दिनों में अक्सर रात में रेड मीट खाना काफी पसंद करते हैं. इसकी वजह ये होती है कि इस मीट के सेवन से शरीर को ऊर्जा के साथ ही गर्मी भी मिलती है. लेकिन इसका इसका साइड इफेक्ट ये है कि यह पचने में काफी ज्यादा वक्त लेता है और सोने के बाद पेट में रिएक्शन करने लगता है।

5. दही (Curd) का सेवन - दही के सेवन को पेट के लिए बढ़िया माना जाता है लेकिन आयुर्वेद में कहा गया है कि रात में दही नहीं खानी चाहिए.दही भारी पदार्थ है, जिसे पचाने में पेट को काफी वक्त लग जाता है. इसके साथ ही ठंडी तासीर होने की वजह से सीने में जकड़न और नजले की समस्या भी झेलनी पड़ जाती है।

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